दोस्तों, आज हम बात करेंगे Ola Electric Mobility Limited के फंडामेंटल एनालिसिस के बारे में। यह IPO मार्केट में काफी चर्चा में है। इस आर्टिकल में हम IPO के फाइनेंशियल्स और सब्सक्रिप्शन डिटेल्स का एनालिसिस करेंगे और यह जानेंगे कि क्या यह स्टॉक निवेश के लिए सही है या नहीं। चलो, बिना किसी देरी के शुरू करते हैं!
Ola Electric का ऑब्जेक्टिव
Ola Electric अपने सेल मैन्युफैक्चरिंग प्लांट को 5 GWh से बढ़ाकर 6.4 GWh करने का प्लान बना रही है। इसमें ₹12,264.27 मिलियन का कैपिटल एक्सपेंडिचर किया जाएगा। यह विस्तार कंपनी को ज्यादा एफिशिएंट और बड़े स्केल पर प्रोडक्शन की तरफ ले जाएगा। वहीं अपनी सब्सिडियरी, OET (Ola Electric Technologies), का कुछ कर्ज़ चुकाने या प्री-पे करने का प्लान भी बना रही है। इसके लिए कंपनी ₹8,000 मिलियन अलोकेट करेगी। कर्ज़ चुकाने से कंपनी की फाइनेंशियल हेल्थ बेहतर होती है और फ्यूचर ग्रोथ के लिए रिसोर्सेज़ फ्री होते हैं।

इनोवेशन और प्रोडक्ट ऑफरिंग्स को बढ़ाने के लिए Ola Electric ₹16,000 मिलियन रिसर्च एंड डेवलपमेंट में इन्वेस्ट करेगी। R&D इन्वेस्टमेंट से नए और इनोवेटिव प्रोडक्ट्स डेवलप होते हैं जो मार्केट में कंपनी को एज प्रोवाइड करते हैं। मार्केट पोजीशन को और मजबूत बनाने के लिए ₹3,500 मिलियन ऑर्गेनिक ग्रोथ इनिशिएटिव्स में उपयोग किए जाएंगे। ऑर्गेनिक ग्रोथ का मतलब है अपने करंट ऑपरेशंस और कैपेबिलिटीज़ को सुधारकर ग्रोथ अचीव करना। बचे हुए फंड्स जनरल कॉर्पोरेट पर्पसेस के लिए अलोकेट किए जाएंगे जो ओवरऑल बिजनेस ऑपरेशंस और फ्लेक्सिबिलिटी को सपोर्ट करते हैं। ये फंड कंपनी को अनएक्सपेक्टेड सिचुएशंस हैंडल करने और नई ऑपर्च्यूनिटीज़ को ग्रैब करने में मदद करते हैं।
Ola Electric का फंडामेंटल एनालिसिस (Ola Electric fundamental analysis in Hindi)
Ola Electric का फाइनेंशियल परफॉरमेंस
पहले हम नज़र डालते हैं Ola Electric के प्रॉफिट & लॉस स्टेटमेंट पर। मार्च 2019 से मार्च 2023 तक का डेटा देखें तो नेट सेल्स में स्टेडी ग्रोथ दिखती है, लेकिन ऑपरेटिंग प्रॉफिट्स नेगेटिव रहे हैं। मार्च 2023 में कंपनी का नेट लॉस ₹-38.74 करोड़ रहा। ये फाइनेंशियल रिस्क को हाइलाइट करता है, क्योंकि कंसिस्टेंट लॉसेस किसी भी कंपनी की लॉन्ग-टर्म सस्टेनेबिलिटी के लिए ठीक नहीं होते। कंपनी की बैलेंस शीट भी कुछ इंट्रेस्टिंग इनसाइट्स देती है। मार्च 2023 में टोटल लायबिलिटीज़ ₹4,710.54 करोड़ थीं, जो कि काफी हाई हैं। एसेट्स भी काफी बढ़े हैं, विथ नेट ब्लॉक ₹29.05 करोड़ और इन्वेस्टमेंट्स ₹2,873.83 करोड़ तक पहुंच गए हैं। लेकिन, हाई लायबिलिटीज़ और नेगेटिव कैश फ्लो एक सिग्निफिकेंट रिस्क पॉइंट बनाते हैं।
कैश फ्लो स्टेटमेंट से पता चलता है कि मार्च 2023 में कंपनी का नेट कैश फ्लो फ्रॉम ऑपरेशंस ₹-55.67 करोड़ रहा। यानी, कंपनी को ऑपरेशंस से पॉजिटिव कैश फ्लो नहीं मिल रहा, जो कि एक चिंता का विषय है। फाइनेंसिंग एक्टिविटीज़ से ₹48.45 करोड़ का इनफ्लो रहा, लेकिन ऑपरेटिंग लॉसेस इस गेन को ओवरशैडो करते हैं। वैल्यूएशन के हिसाब से, कंपनी का EPS (FY24) ₹-4.35 है और इंडस्ट्री PE 41.37x है। ये वैल्यूएशन मेट्रिक्स इंडिकेट करते हैं कि कंपनी अभी प्रॉफिट जनरेटिंग स्टेज में नहीं है और सिग्निफिकेंट लॉसेस फेस कर रही है।
IPO सब्सक्रिप्शन डिटेल्स
IPO की बात करें तो इश्यू साइज ₹6,145.56 करोड़ का है, जिसमें फ्रेश इश्यू ₹5,500 करोड़ का और ऑफर फॉर सेल ₹645.56 करोड़ का है। अपर प्राइस बैंड ₹76 है। सब्सक्रिप्शन के हिसाब से यह IPO 2 अगस्त 2024 तक 0.37 टाइम्स सब्सक्राइब हो चुका है। ये सब्सक्रिप्शन नंबर थोड़ा ल्यूकवॉर्म रिस्पॉन्स दिखाते हैं, जो थोड़ा निराशाजनक है।
मेरा ओपिनियन
तो दोस्तों, Ola Electric Mobility Limited के IPO का फाइनेंशियल एनालिसिस काफी मिक्स्ड सिग्नल्स देता है। एक तरफ, कंपनी का स्ट्रॉन्ग मार्केट प्रेजेंस और इनोवेशन ड्राइव है, लेकिन फाइनेंशियल परफॉरमेंस और हाई लायबिलिटीज़ सिग्निफिकेंट रिस्क्स दिखाते हैं। अगर आप हाई-रिस्क, हाई-रिवार्ड इन्वेस्टमेंट्स में बिलीव करते हैं तो यह IPO एक ऑपर्च्यूनिटी हो सकता है। लेकिन, कंजरवेटिव इन्वेस्टर्स के लिए केयरफुल कंसिडरेशन जरूरी है।
ओला इलेक्ट्रिक के कंपटीटर्स
कॉम्पिटिशन हर बिजनेस में होता है और ओला इलेक्ट्रिक के कुछ मुख्य कंपटीटर्स या पेर्स हैं:
टीवीएस मोटर्स: टीवीएस मोटर्स अपनी स्ट्रॉन्ग मार्केट प्रेजेंस और डाइवर्स प्रोडक्ट लाइन-अप के लिए जाने जाते हैं।
आइशर मोटर्स: आइशर मोटर्स, जो रॉयल एनफील्ड बाइक्स के लिए फेमस हैं, भी ओला के लिए एक मेजर कंपटीटर हैं।
बजाज ऑटो: बजाज ऑटो का टू-व्हीलर मार्केट में स्ट्रॉन्ग फूटहोल्ड है और यह भी ओला इलेक्ट्रिक के लिए एक टफ कंपटीटर हैं।
हीरो मोटोकॉर्प: हीरो मोटोकॉर्प इंडिया का सबसे बड़ा टू-व्हीलर मैन्युफैक्चरर है और यह भी ओला इलेक्ट्रिक के लिए एक सिग्निफिकेंट पीयर हैं।
ओला इलेक्ट्रिक का फ्यूचर
ओला इलेक्ट्रिक अपने आईपीओ के थ्रू जो फंड्स रेज कर रही है, उन्हें स्ट्रेटजिकली यूज करके अपने फ्यूचर गोल्स को अचीव करना चाहती है। सेल मैन्युफैक्चरिंग प्लांट का एक्सपैंशन, डेब्ट रीपेमेंट, आरएंडडी इन्वेस्टमेंट और ऑर्गैनिक ग्रोथ इनिशिएटिव्स से कंपनी अपने आपको एक स्ट्रॉन्ग और कंपटीटिव प्लेयर बनाने के रास्ते पर है। पेर्स के साथ कॉम्पिटिशन को देखते हुए, ओला इलेक्ट्रिक का फोकस इनोवेशन और एफिशियंसी पर है।
OLA electric का पॉजिटिव साइड
2023 में, ओला इलेक्ट्रिक ने E2W मार्केट में 31% रजिस्ट्रेशन्स के साथ टॉप पोजीशन हासिल की है। मतलब, हर 3 बाइक्स में से एक ओला की होती है! यह उनकी स्ट्रॉन्ग मार्केट प्रेजेंस और कस्टमर ट्रस्ट को दिखाता है। वहीं ओला का ग्लोबल आरएंडडी टीम नए इनोवेशन्स पर काम करता रहता है, जिससे उनकी EV टेक्नोलॉजी हमेशा अपडेटेड और एडवांस्ड रहती है। यह इनोवेशन ही उन्हें मार्केट में अलग बनाता है।
ओला फ्यूचरफैक्ट्री एक ऐसी फैसिलिटी है जो स्केलेबल और कॉस्ट-एफिशियंट E2W प्रोडक्शन को एनैबल करती है। इसका मतलब, मास प्रोडक्शन होने के बावजूद भी क्वालिटी और कॉस्ट एफिशियंसी मेनटेंड रहती है। साथ ही PLI और FAME स्कीम्स से ओला इलेक्ट्रिक को काफी फाइनेंशियल सपोर्ट मिलता है। इन स्कीम्स से कॉस्ट रेड्यूस होती है और कंपटीटिवनेस बढ़ती है, जो उनकी मार्केट पोजीशन को स्ट्रॉन्ग बनाती है।
OLA electric का नेगेटिव साइड
ओला इलेक्ट्रिक को लॉस और नेगेटिव कैश फ्लो का सामना करना पड़ रहा है। यह उनके फाइनेंशियल हेल्थ को अफेक्ट कर सकता है और लॉन्ग-टर्म सस्टेनेबिलिटी पर सवाल उठाता है। अगर डिफेक्ट्स आ गए या प्राइस बढ़ गई तो प्रोडक्ट क्वालिटी और डिलीवरी शेड्यूल पर इंपैक्ट आ सकता है। यह कस्टमर सैटिस्फैक्शन को अफेक्ट कर सकता है। गवर्नमेंट सब्सिडीज अगर कम हो गई तो ओला इलेक्ट्रिक के प्राइसिंग और डिमांड पर बुरा असर पड़ सकता है। यह उनके सेल्स को सिग्निफिकेंटली रेड्यूस कर सकता है। ऑटोमोटिव मार्केट में कॉम्पिटिशन काफी इंटेंस है। ओला इलेक्ट्रिक को अपनी मार्केट पोजीशन को बनाए रखने के लिए कॉन्स्टेंटली इनोवेट और इम्प्रूव करना होगा।
अगर फैक्ट्री डिलेज हुए तो प्रोडक्शन कैपेसिटी और टाइमलाइंस पर बुरा असर पड़ता है। यह डिलीवरी शेड्यूल्स को अफेक्ट करता है और कस्टमर लॉयल्टी को रेड्यूस कर सकता है। अगर फोरकास्ट्स एक्यूरेट नहीं रहे तो इन्वेंटरी इशूज हो सकते हैं, जिससे कॉस्ट एफिशियंसी अफेक्ट होती है और ऑपरेशनल प्रॉब्लम्स बढ़ जाती हैं।
एक्स्ट्रा टिप्स: खास बातें जो आपको जाननी चाहिए
- ओला इलेक्ट्रिक हमेशा टेक्नोलॉजी को एम्ब्रेस करता है। AI और IoT इंटीग्रेशन से उनकी बाइक्स और भी स्मार्ट और एफिशियंट बन रही हैं।
- ओला अपने कस्टमर्स के साथ एक्टिव एंगेजमेंट में बिलीव करता है। सोशल मीडिया पर एक्टिव रहना और डायरेक्ट फीडबैक लेना उनका एक मेजर यूएसपी है।
- ओला इलेक्ट्रिक सस्टेनेबल प्रैक्टिसेज को प्रमोट करता है, जो आज के एनवायरमेंटली कॉन्शियस कस्टमर्स के लिए काफी अपीलिंग है।
निष्कर्ष
इन्वेस्टमेंट डिसीजंस को हमेशा सोच समझ कर ही लेना चाहिए। ओला इलेक्ट्रिक एक प्रोमिसिंग ऑप्शन लगता है अपनी स्ट्रॉन्ग मार्केट प्रेजेंस और इनोवेटिव अप्रोच के साथ। लेकिन, फाइनेंशियल रिस्क्स और कॉम्पिटिटिव मार्केट को देखते हुए केयरफुल एनालिसिस और ड्यू डिलिजेंस जरूरी है। अगर आप टेक्नोलॉजी और इनोवेशन में बिलीव करते हैं, तो ओला इलेक्ट्रिक एक अच्छा इन्वेस्टमेंट ऑपर्च्युनिटी हो सकता है। तो दोस्तों, यह था एक कॉम्प्रिहेंसिव एनालिसिस ओला इलेक्ट्रिक का। अगर आपको यह आर्टिकल पसंद आया हो तो जरूर शेयर करें और अपने विचार हमारे साथ कमेंट सेक्शन में शेयर करें।
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